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एशियन गेम्स : 67 साल बाद भारत ने जीता 15 गोल्ड

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एशियन गेम्स 2018 में भारत ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर दिखाया है। 15 गोल्ड, 24 सिल्वर समेत 69 पदक जीतकर भारत ने यह कामयाबी का झंडा लहराया है। हालांकि मेडल टैली में भारत का स्थान पिछली बार की तरह आठवां ही रहा, लेकिन उपलब्धियां बड़ी रहीं। इतना सोना भारत ने इससे पहले 1951 में जीता था।

भारत की उपलब्धियों पर नज़र डालें तो कई उपलब्धियां ऐसी रहीं जो पहली बार हुईं। टेबल टेनिस में पहली बार भारत ने पदक जीता। जापान को क्वार्टर फाइनल में हराते हुए भारत की पुरुषों की टीम ने एशियन गेम्स 2018 में यह उपलब्धि हासिल की। 25 मी रैपिड फायर पिस्टल इवेन्ट में राही सरनोबत ने भारत को सोना दिलाया। वह पहली महिला हैं जिन्होंने भारत के लिए यह उपलब्धि हासिल की।

एशियन गेम्स में विनेश फोगाट ने गोल्ड दिलाकर यह कारनामा करने वाली देश की पहली महिला बन गयीं। उन्होंने 50 किग्रा वर्ग में यह करिश्मा कर दिखाया। पीवी सिन्धू एकल महिला स्पर्धा के फाइनल में जगह बनाने वाली पहली भारतीय महिला बन गयीं। उन्होंने देश को सिल्वर दिलाया। जैवलीन में गोल्ड दिलाने का करिश्मा भी नीरज चोपड़ा ने कर दिखाया। उन्होंने नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाते हुए भारत को यह कामयाबी दिलायी।

कॉन्ट्रैक्ट ब्रिज में भारतीय पुरुषों की जोड़ी प्रणब पर्धन और शिबनाथ सरकार ने पहली बार भारत को सोना दिलाया। विकास कृष्णन यादव पहले भारतीय बॉक्सर बन गये जिन्होंने तीन लगातार एशियाई गेम्स में भारत को पदक दिलाया है। युवा मुक्केबाज अमित पंघल ने 49 किलो वर्ग में रियो ओलम्पिक में रजत पदक विजेता उज्बेकिस्तान के हसनबाय दुंसामाटोव को मात देकर गोल्ड जीता।

भारतीय प्रदर्शन इसलिए भी उल्लेखनीय है क्योंकि देश के अलग-अलग हिस्सों ने मिलकर यह उपलब्धि हासिल की है। छोटे-छोटे राज्यों से जुड़ी प्रतिभाओं ने मिलकर भारत को यह गौरव दिलाया है। इससे पहले भारत ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2010 में किया था जब एशियन गेम्स में 65 मेडल लेकर चीन के ग्वांगझू से भारतीय टीम लौटी थी।

पहला एशियाई खेल 1951 में दिल्ली में हुआ था। उस खेल में चीन की गैर मौजूदगी में भारत दूसरे स्थान पर रहा था जबकि पहले नम्बर पर जापान था। तब भी भारत को 15 गोल्ड ही मिले थे। पदकों की संख्या जरूर 41 के मुकाबले 69 हुई है। मगर, 67 साल में यह उपलब्धि बहुत छोटी है। गोल्ड के मामले में हमने एक कदम भी नहीं बढ़ाया है।

पदक तालिका में नम्बर वन रहने वाले चीन ने सबसे ज्यादा 283 पदक जीते हैं। इनमें 129 गोल्ड हैं। चीन ने लगातार 10वीं बार एशियन गेम्स में पदक तालिका में नम्बर वन की स्थिति को बरकरार रखा है। चीन के मुकाबले भारत को एक चौथाई पदक भी हासिल नहीं हुए हैं। जबकि चीन ने भारत से 8 गुणा से ज्यादा गोल्ड जीता है। दूसरे नम्बर पर रहने वाले जापान ने भी 200 पदक जीते हैं और इनमें 72 गोल्ड हैं।

दक्षिण कोरिया, इंडोनेशिया, उज्बेकिस्तान, ईरान और चीनी ताइपे के बाद भारत का स्थान 8वां है। इंडोनेशिया के जकार्ता और पालेमबेन्ग में हुए एशियन गेम्स को इसलिए भी याद किया जाएगा क्योंकि उत्तर और दक्षिण कोरिया ने कुछेक खेलों में साझी टीम उतारी।

दो शहरों में एशियन गेम्स भी पहली बार हुए। 18वां एशियाई खेल भारत के लिए सुनहरी अवसर जरूर है मगर इसमें लगातार सुधार की गुंजाइश ही आने वाले समय में हमें गौरवपूर्ण पल देंगे।

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