“मोदी की हत्या की साज़िश”?
मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस क्या कह रही है ये जानना भी जरूरी है। इस गिरफ्तारी को दो बातों से जोड़ा जा रहा है। एक भीमा कोरेगांव हिंसा और दूसरा उस हिंसा की जांच के दौरान पकड़े गये लोगों से मिली जानकारी के बाद प्रधानमंत्री नरेंन्द्र मोदी की हत्या की साजिश का खुलासा।
सवाल ये है कि क्या पकड़े गये लोग नरेन्द्र मोदी को मारने की साजिश में शामिल थे? पुलिस इस सवाल का सीधा जवाब नहीं दे रही है। अलबत्ता पुलिस का कहना है कि पकड़े गये लोगों के संबंध उन लोगों से हैं जो भीमा कोरेगांव हिंसा में गिरफ्तार हुए थे। पुलिस के मुताबिक
¬ गिरफ्तार लोग माओवादी ‘हिंसा का दिमाग’
¬ भीमा कोरेगांव में हुई हिंसा में भी इनकी भूमिका
¬जारी है भूमिका की जांच
सवाल ये है कि जब जांच जारी है तो मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को जांच से पहले ही क्यों गिरफ्तार कर लिया गया? सवाल उठ रहे हैं कि कहीं इन लोगों से वैचारिक मतभेद के लिए राजनीतिक बदला तो नहीं लिया जा रहा है?