नरेंद्र मोदी पर शरद पवार का ‘त्रिशूल’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर शरद पवार का जबरदस्त हमला। कांग्रेस का उतनी ही शिद्दत से बचाव। अब आप भी मानेंगे नजदीक आ रहा है 2019 का आम चुनाव।
शरद पवार का बयान सुर्खियों में इसलिए है क्योंकि अपने लिए तो सब लड़ते हैं..पवार कांग्रेस के लिए लड़ते दिख रहे हैं। उस कांग्रेस के लिए, जिसको उन्होंने इसलिए छोड़ा था क्योंकि उन्होंने यह बात कबूल नहीं थी कि कोई विदेशी मूल का व्यक्ति उनकी पार्टी का नेतृत्व करे।
महाराष्ट्र के सतारा में शरद पवार ने कहा कि देश को सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर गर्व होना चाहिए,
पवार का पहला शूल
“एक परिवार का ऐसा त्याग। इंदिरा गांधी की हत्या हुई। राजीव गांधी की हत्या हुई। हमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी पर गर्व होना चाहिए, जिन्होंने इन हत्याओं की परवाह नहीं करते हुए गरीबों की सेवा जारी रखी।”
शरद पवार ने कहा कि गांधी परिवार का त्याग प्रधानमंत्री को नहीं दिखता, वे केवल इस परिवार की आलोचना में लगे रहते हैं,
“प्रधानमंत्री केवल यही कहते हैं कि एक परिवार देश को बर्बाद कर रहा है।”
शरद पवार ने नरेंद्र मोदी को बिना उल्लेख किए 2002 में हुए गुजरात दंगे की भी याद दिलायी…और उस दौरान उनकी अकर्मण्यता की भी…पवार ने पूछा…
पवार का दूसरा शूल
“आप गुजरात में सत्ता में थे। निर्दोष लोग मारे गये। आपने वहां क्या किया? लोग ज़िन्दा जलाए गये, आपने कुछ नहीं किया।”
2005-06 में गुजरात में हुए फर्जी एनकाउन्टर पर भी शरद पवार बोले, जिसमें सोहराबुद्दीन शेख और उसकी पत्नी की मौत हुई थी। इस मामले में 22 आरोपी बरी हो गये, जिनमें ज्यादातर पुलिसकर्मी थे। शरद पवार ने कहा,
पवार का तीसरा शूल
“ये कैसा देश है? क्या इसे कानून का राज कहते हैं? क्या ऐसे ही आम लोगों के हितों की रक्षा होती है? ऐसे लोगों के हाथों में सत्ता है।”
पवार ने पहला त्रिशूल गांधी परिवार की रक्षा करते हुए इस्तेमाल किया। त्रिशूल का दूसरा हमला उन्होंने नरेंद्र मोदी से यह पूछकर किया कि गुजरात में जब हज़ारों लोग मारे जा रहे थे तब वे क्या रहे थे और त्रिशूल की आखिरी मार उन्होंने फर्जी एनकाउंटर में आरोपियों के बरी होने को लेकर की…कि ये कैसा देश है जहां लगता ही नहीं कि कानून का राज है। अब देखना ये है कि इस त्रिशूल के जवाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास कोई अस्त्र या ब्रह्मास्त्र है क्या?