राम मंदिर पर तोगड़िया बोले, मोदी पर दागे 11 गोले
सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मामले की नियमित सुनवाई 10 जनवरी 2019 से तय कर दी है। सबकी नज़र इस बात पर है कि फैसला 2019 के आम चुनाव से पहले आएगा या नहीं। अगर, नहीं तो क्या होगा? आरएसएस एनडीए के इसी कार्यकाल में अध्यादेश चाहता है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुप्रीम कोर्ट का इंतज़ार करना चाहते हैं। इस बीच विश्व हिन्दू परिषद के पूर्व अंतरराष्ट्रीय प्रमुख रहे फायरब्रांड प्रवीण तोगड़िया भी राम मंदिर को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर हमलावर हो चुके हैं। उनका गुस्सा ज्वालामुखी बनकर फूट रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर राजनीतिक रूप से जानलेवा 11 शोले तोगड़िया ने एक बाद छोड़े हैं।
मोदी पर गोला नम्बर 1
राम मंदिर पर हिन्दुओं के साथ सबसे बड़ा विश्वासघात
नरेंद्र मोदी जी ने राम मंदिर के बारे में जो बात कही, वह हिन्दुओं के साथ इतिहास से सबसे बड़ा विश्वासघात था। मोदी जी ने साढ़े चार वर्षों के बाद राम मंदिर पर कहा कि हम कानून, अध्यादेश नहीं ला सकते हैं। यह हिन्दुओं के साथ सबसे बड़ा विश्वासघात है।
मोदी पर गोला नम्बर 2
भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ सबसे बड़ा विश्वासघात
यह भाजप के कार्यकर्ताओं के साथ भी सबसे बड़ा विश्वासघात है। भाजप की जब पूरे बहुमत के साथ सरकार आएगी तो संसद में हम कानून बनाएंगे। इन्हीं वादों के आधार पर सोमनाथ से अयोध्या रथयात्रा निकाली थी।
मोदी पर गोला नम्बर 3
राम मंदिर पर चंदा लिए, प्राण लिए, हिन्दुओं के वोट भी
इन्हीं वादों के आधार पर आठ करोड़ हिन्दुओं से सवा-सवा रुपया लिया है। इन्हीं वादों के आधार पर कर सेवा करके सैकड़ों लोगों का प्राण लिया है। इन्हीं वादों के आधार पर 2014 में 30 करोड़ हिन्दुओं से वोट लिया है। और, सत्ता में आने के बाद अब कहते हैं कि राम मंदिर का कानून का अध्यादेश नहीं, कानून नहीं!
मोदी पर गोला नम्बर 4
बाबर ने मंदिर तोड़ा, मोदीजी ने विश्वास
बाबर ने तो राम मंदिर तोड़ा था, मोदीजी ने हिन्दुओं का विश्वास तोड़ा है।
मोदी पर गोला नम्बर 5
अध्यादेश में सुप्रीम कोर्ट बाधक नहीं
सुप्रीम कोर्ट में केस चलता है तो भी अध्यादेश ला सकते हैं, कानून बना सकते हैं।
मोदी पर गोला नम्बर 6
मोदीजी झूठ बोल रहे हैं
मेरा कहना है हिन्दुओं, मोदीजी हमसे झूठ बोल रहे हैं। ही इज ए लायर। कानून नहीं बनाना तो कहोगे कानून नहीं बनाना चाहता हूं। हिन्दुओं से झूठ बर्दाश्त नहीं होगा।
मोदी पर गोला नम्बर 7
साढ़े चार साल तक मौन क्यों रहा RSS?
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भी जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी को अपना हिस्सा माना, समर्थन दिया। साढ़े चार वर्षों से मोदीजी कहते थे कि मैं अध्यादेश कानून नहीं लाऊंगा। आंतरिक मीटिंग में कहते थे। मैं आरएसएस को पूछना चाहता हूं। साढ़े चार वर्षों तक मौन क्यों रहे? और, मोदीजी ये करने वाले नहीं थे। आपने आवाज क्यों नहीं उठायी?
मोदी पर गोला नम्बर 8
मंदिर नहीं तो भाजपा को वोट नहीं
मैं देश के हिन्दुओं को आह्वान करूंगा कि राम मंदिर नहीं तो हिन्दुओं का वोट भाजप को नहीं। नो राम टेम्पल, नो हिन्दू वोट टू बीजेपी।
मोदी पर गोला नम्बर 9
न मोदीजी, न कांग्रेस बनाएंगे राम मंदिर
और, मैं अंतिम बात करना चाहता हूं। मोदीजी मंदिर नहीं बनाएंगे, तो कांग्रेस बनाने वाली नहीं है।
मोदी पर गोला नम्बर 10
बिना राम मंदिर नहीं रहेगा हिन्दू
हिन्दू बिना राम मंदिर नहीं रहेगा। मंदिर हम बनाएंगे।
मोदी पर गोला नम्बर 11
चुनाव मैदान में जाएंगे, मंदिर हम बनाएंगे
और, इसके लिए 2019 का चुनाव हम लड़ेंगे। इसलिए मोदीजी आप राममंदिर नहीं बनाओगे, तो हिन्दू राम मंदिर के बिना नहीं रहेगा। मंदिर हम बनाएंगे।
प्रवीण तोगड़िया ने भले ही ये शोले नरेंद्र मोदी से बदला लेने के लिए छोड़े हों, मगर इसकी टाइमिंग ऐसी है कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए परेशानी का सबब हो सकता है। वक्त बहुत कम है। इस दौरान न राम मंदिर बन सकता है, न कोई राजनीतिक पार्टी खड़ी हो सकती है। फिर भी, ये कोशिशें परवान चढ़ेंगी क्योंकि ऐसे ही माहौल को कहते हैं चुनावी माहौल।
Very true n nice news sir