Action में भारत : दहल गया पाकिस्तान
क्या भारत ने बदला लिया है? या दिया है जैश-ए-मोहम्मद को जवाब? क्या भारत ने पाकिस्तान पर आक्रमण किया है? या आतंकवाद पर किया है प्रहार?
पुलवामा हमले के बाद भी आतंकी रुकने को तैयार नहीं थे। और अधिक हमले की तैयारी कर रहे थे। पाकिस्तान ने जब कार्रवाई नहीं की तो सम्भावित हमले को रोकने के लिए भारत ने समय रहते हमला बोल दिया…और तबाह कर दिए आतंकी शिविर।
यह पुलवामा हमले का जवाब भर नहीं है। यह आतंकी संगठनों को और पाकिस्तान को संदेश है कि आतंकी कार्रवाइयों को रोकना पड़ेगा। पाकिस्तान चुप रहेगा, तो भारत बोलेगा। और, भारत के बोलने का मतलब हर बार कुछ ऐसा ही होगा।
25 और 26 फरवरी की दरम्यानी रात को सुबह 3 बजकर 48 मिनट पर एक दर्जन मिराज 2000 एक साथ उड़े। फिर पाकिस्तान की सीमा में घुसकर मुजफ्फराबाद, चकोटी और बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद, हिज्बुल मुजाहिदीन और लश्कर-ए-तोइबा के आतंकी शिविरों पर कहर बरपा दिया। वायुसेना के सूत्रों के मुताबिक अब तक 300 आतंकियों के मारे जाने की ख़बर है। यह संख्या और बढ़ सकती है।
भारतीय विदेश सचिव विजय गोखले ने इस कार्रवाई को non-military pre-emptive action का नाम दिया है जिसका निशाना जैश-ए-मोहम्मद का कैम्प था। प्रेस कॉन्फ्रेन्स में विजय गोखले ने दावा किया कि कार्रवाई को इस तरह अंजाम दिया गया कि आम नागरिकों को कोई नुकसान नहीं हो। बालाकोट स्थित आतंकी शिविर को मौलाना युसूफ अजहर चला रहा था जो जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मौलाना मसूर अजहर का भाई है।
भारतीय एक्शन के बाद पाकिस्तान में हलचल है। पाकिस्तान की ओर से शुरूआत में इसे पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर जिसे वे आज़ाद कश्मीर बताते हैं, पर हमला न बताकर पाकिस्तान पर हमला बताया गया। जिस बालाकोट पर एयर स्ट्राईक हुई वह खैबर पख्तूनवा में है जो पाकिस्तान में पड़ता है।
मगर, जल्द ही पाकिस्तान को यह अपमानजनक लगा और उसने सफाई दी कि यह वो बालाकोट नहीं, बल्कि मुजफ्फराबाद वाला बालोकोट है। पर ये बहस फिजूल है क्योंकि भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने ये साफ कर दिया है कि यह बालाकोट वही बालाकोट है जहां जैश-ए-मोहम्मद का सबसे बड़ा आतंकी शिविर था। उन्होंने साफ किया है कि बड़ी संख्या में आतंकियों के ट्रेनर, सुसाइड बॉम्बर और शीर्ष कमांडर मारे गये हैं।
पाकिस्तान ने उच्चस्तरीय बैठक बुलायी और भारत को इसका जवाब देने का फैसला किया है। मगर, भारत ने साफ कर दिया है कि ऐसी कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी अगर पाकिस्तान ने बाकी बचे आतंकी शिविरों को नष्ट नहीं किया। इसका मतलब ये हुआ कि यह ऐसा सर्जिकल स्ट्राइक है जिसका सिलसिला आगे भी जारी रहने वाला है।