दिल्ली में AAP को 68 सीटें
दिल्ली में बनेगी आम आदमी सरकार
नफ़रत की सियासत पर चली झाड़ू
हिन्दू-मुस्लिम नहीं, वोटर रहे दिल्लीवासी
कमल मुरझाया, पंजा लकवाग्रस्त
सबसे पहले हम उन एक्जिट पोल को दिखाते हैं जो चुनाव नतीजों से पहले नतीजे बताते हैं…उसके बाद हम आपको दिखाएंगे देश का सबसे बड़ा सर्वे…जिसने एक्जिट पोल की भविष्यवाणी भी पहले ही बता दी थी। जी हां, डीसीआरसी का चुनाव पूर्व सर्वे।
1 से 6 फरवरी के बीच 1 लाख 3 हज़ार 731 के सैम्पल साइज में दिल्ली के चप्पे-चप्पे में हुआ था यह सर्वे।
दिल्ली विधानसभा चुनाव का महासर्वे : कुल सीट 70
SURVEYER AAP BJP CONG OTHERS
ABP-CVOTER 56 12 2 0
TIMES NOW 44 26 0 0
NETA-NEWSX 55 14 1 0
JAN KI BAAT 55 15 0 0
INDIA TODAY-AXIS POLL 64 7 0 0
MEAN 55 15 0 0
सभी एक्जिटपोल का महा सर्वे एक आंकड़ा जरूर देता है मगर वास्तव में हर चुनाव सर्वे अपने आप में पूर्ण होता है। वह सही या गलत होता है। महासर्वे न पूर्ण है, न सही और न ही पूरी तरह से गलत। एक मतलब ज़रूरत निकलता है कि स्पष्ट रूप से किसकी सरकार बन रही है, किसकी नहीं बन रही है। कौन कहां है।
हम आपको बताते हैं DCRC का चुनाव पूर्व महासर्वे जो अपने आकार के कारण, वार्ड आधारित होने और क्षेत्रवार स्थिति रखने के कारण अधिक विश्वसनीय है।
DCRC का POLL : दिल्ली 70
PARTY SEAT VOTE%
AAP 68 60.04
BJP 02 30.9
CONG 00 6.7
IND 00 2.2
आम आदमी पार्टी के वोटों का प्रतिशत विगत चुनाव में 54 से बढ़कर 60 फीसदी से ज्यादा हो रहा है। यही वो वजह है जिस कारण नतीजे एकतरफा हो गये हैं। कांग्रेस का साफ होना ही वास्तव में बीजेपी के भी पिछड़ जाने की वजह है। आमने सामने के मुकाबले में आम आदमी पार्टी को मिला वोट बीजेपी को मिले वोट से दुगुना होने जा रहा है यह बात चौंकाती भी है और दिल्ली चुनाव का मतलब भी बताती है।
बीजेपी को केवल दक्षिण दिल्ली में ही सफलता मिलती दिख रही है। एक सीट छतरपुर है जहां बीजेपी जीत सकती है। दूसरी सीट है तुगलकाबाद। आश्चर्य की बात यह है कि दोनों सीटें बीजेपी आम आदमी से छीन रही है। बीजेपी 2015 में जीती अपनी कोई भी सीट बचा नहीं पाएगी, ऐसा इस सर्वे का अनुमान है।