ट्रम्प की हार, लोकतंत्र की जीत
अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में ट्रम्प की हार
राष्ट्रपति के खिलाफ निन्दा प्रस्ताव पास
हार गये राष्ट्रपति ट्रम्प
मगर जीत गया लोकतंत्र
दुनिया का सबसे ताकतवर देश संयुक्त राज्य अमेरिका और उस देश के सबसे ताकतवर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प…अचानक कमज़ोर दिखे…ऊपरी सदन में उनके खिलाफ निन्दा प्रस्ताव पारित हो गया। डेमोक्रैट तो विरोधी हैं ही, तीन रिपब्लिकन भी उनके विरोध में वोट कर बैठे। राष्ट्रपति कमज़ोर ज़रूर दिखे, मगर अमेरिका का लोकतंत्र मजबूत दिखा। दुनिया के लिए यही इस घटना का महत्व है।
दुनिया का कोई भी देश चाहे जितना लोकतांत्रिक होने का दावा कर ले, लेकिन अपने राष्ट्राध्यक्ष के खिलाफ निन्दा प्रस्ताव पारित करने की हिम्मत नहीं दिखा पाता। भारत समेत किसी भी देश में यह कल्पना नहीं की जा सकती कि यहां जनता द्वारा चुने गए नेता यानी प्रधानमंत्री के खिलाफ निन्दा प्रस्ताव पारित हो सकता है।
ट्रम्प ने क्या अपराध किया?
- 4 डेमोक्रेट सांसदों के लिए टिप्पणी की
- देश छोड़कर जाने की सलाह दी
- महिला सांसदों को इज़राइल समर्थक बताया
- ‘प्रगतिशील’ होने पर सवाल उठाया
क्या डोनाल्ड ट्रम्प ने कोई अपराध किया? ट्रम्प ने चार डेमोक्रेट महिला सांसदों को देश छोड़कर चले जाने की सलाह दी, उन्हें इज़राइल का विरोध करने वाला करार दिया, उनके अमेरिकी होने और प्रोग्रेसिव होने पर सवाल उठाए।
अमेरिकी प्रतिनिधि सभा ने डोनाल्ड ट्रम्प की इन टिप्पणियों को नस्लीय माना। जाहिर है अपराध भी।
ट्रंप न्यूयॉर्क की अलेक्जेंड्रिया ओकासियो-कार्तेज, मिनेसोटा की इल्हान उमर, मिशिगन की रशीदा तलैब और मैसाच्युसेट्स की अयाना प्रेसले के खिलाफ डोनाल्ड ट्रम्प ने आपत्तिजनक ट्वीट्स किए। उन्हें प्रोग्रेसिव बताने के लिए इनवर्टेड कॉमा का सहारा लिया जिसका मतलब है कि वे तथाकथित प्रोग्रेसिव यानी प्रगतिशील हैं। उनकी टिप्पणियों से ऐसा लगा मानो मुसलमान होना या मुसलमानों का समर्थन करना उनका बड़ा गुनाह है।
अमेरिकी सदन ने डोनाल्ड ट्रम्प के बयान को
अमेरिकी सदन की ट्रम्प पर टिप्पणी
“नए अमीरिकियों और अश्वेत लोगों का डर बढ़ाने वाला और उनके प्रति घृणा को वैधता प्रदान करने वाला” करार दिया।
अमेरिकी प्रतिनिधि सभा : ट्रम्प के खिलाफ निन्दा प्रस्ताव
पक्ष में वोट : 240
विरोध में वोट : 187
पक्ष में वोट : 235 डेमोक्रेट, 4 रिपब्लिकन, 1 निर्दलीय
435 सदस्यों के सदन में ट्रम्प की बड़ी हार
अमेरिकी हाऊस ऑफ रिप्रजेन्टेटिव यानी प्रतिनिधि सभा में 240 वोट डोनाल्ड ट्रम्प के ख़िलाफ़ पड़े। 187 सदस्यों ने ट्रम्प के पक्ष में वोट डाले। 235 डेमोक्रैट सांसद, चार रिपब्लिकन और एक निर्दलीय सांसद ने ट्रम्प के खिलाफ निन्दा प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया। इस तरह 435 सदस्यों वाली प्रतिनिधि सभा में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की बड़ी हार हो गयी।
अपनी हार को भी डोनाल्ड ट्रम्प जीत बताते दिखे। उन्होंने रिपब्लिकन सांसदों को इस बात के लिए बधाई दी कि वे एकजुट रहे। डोनाल्ड ट्रम्प ने उल्टे प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैन्सी पलोसी पर ही नस्लवादी टिप्पणी करने का आरोप जड़ दिया। अमेरिका में डेमोक्रेट और रिपब्लिकनो के बीच डोनाल्ड ट्रम्प के शब्दों पर संग्राम छिड़ा हुआ है मगर सदन में पराजय ने डोनाल्ड ट्रम्प को आईना दिखा दिया है।