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चौथा चरण, 71 सीट: कहां है 56 ईंच का सीना?

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2019 के आम चुनाव का चौथा चरण। चौथा चरण नहीं, कहिए ‘चौका’ चरण। 71 सीटें हैं दांव पर। NDA ने 2014 में दिखलाया सीना। 56 ईंच का सीना। NDA ने जीती थीं 71 में से 56 सीटें। BJP को मिली थीं 45 सीटें।  एनडीए के लिए 2014 में इन सीटों पर सफलता का प्रतिशत था लगभग 79 फीसदी, जबकि बीजेपी के लिए एनडीए में सफलता का प्रतिशत था 80 फीसदी से ज्यादा। बीजेपी को यही सफलता दोहरानी होगी। क्या 2014 में जो 56 ईंच का सीना एनडीए ने दिखलाया था, वही सीना एनडीए और बीजेपी 2019 के चौथे चरण में दिखला पाएगी?

जिन 9 राज्यों की 71 सीटों पर चौथे चरण में चुनाव होना है उनमें यूपी, बिहार, बंगाल, महाराष्ट्र, झारखण्ड, ओडिशा, मध्यप्रदेश, राजस्थान और जम्मू-कश्मीर शामिल हैं। {GFX 1 OUT}

2014में किसके

पास क्या?              SEATS  BJP         NDA       Others

                                71           45           56           15

उत्तर प्रदेश              13              12           12           01 (SP)

बिहार                      05             03          05          00

बंगाल                     08             01           01           07 (TMC-6,CONG-1)

महाराष्ट्र                   16            08           16           00

झारखण्ड               03            03           03           00

ओडिशा                06              00           00           06 (BJD)

मध्यप्रदेश               06             05          05           01 (CONG)

राजस्थान               13                13           13           00

जम्मू-कश्मीर          00              00           01 (PDP)

चौथे चरण की 71 सीटों में से बीजेपी के पास 45, एनडीए के पास 56 और अन्य के पास 15 सीटें हैं। उत्तर प्रदेश में 13 सीटें चौथे चरण में दांव पर हैं इनमें 12 बीजेपी के पास हैं, जबकि एक सीट समाजवादी पार्टी के पास। बिहार की 5 से 3 सीटें बीजेपी ने 2014 में जीती थीं जबकि एनडीए के पास सभी 5 सीटें हैं। बंगाल में बीजेपी एक, टीएमसी 6 और कांग्रेस ने 1 सीट जीती थी। महाराष्ट्र की 16 सीटों में से 8 बीजेपी और 8 शिवसेना के पास हैं यानी एनडीए के पास सभी सीटें हैं। चौथे चरण में ओडिशा की सभी 6 सीटें बीजू जनता दल और राजस्थान की सभी 13 जहां चुनाव हो रहे हैं बीजेपी के पास हैं। जम्मू कश्मीर की एकमात्र सीट अनंतनाग में पीडीपी का कब्जा है।{GFX 2 OUT}

चौथा चरण : UP में 13 सीट दांव पर

उत्तर प्रदेश में 13 सीटों पर चुनाव हो रहे हैं वहां बीजेपी और महागठबंधन के बीच सीधा संघर्ष है। कांग्रेस की मौजूदगी ऐसी है जो बीजेपी और महागठबंधन के बीच आमने-सामने के संघर्ष को धारदार बनाती है। कहीं-कहीं कांग्रेस खुद भी मुकाबले में आ जाती है। उस स्थिति में समाजवादी पार्टी कांग्रेस की भूमिका ले लेती है। बीएसपी के साथ जरूर कांग्रेस की तनातनी बनी हुई है। ऐसे में 2014 में बीजेपी के लिए 13 में से 12 सीट का प्रदर्शन दोहराना आसान नहीं है।

चौथा चरण : बिहार में 5 सीटें बचा पाएगा NDA?

चौथे चरण में बिहार में एऩडीए के लिए अपनी सभी 5 सीटें बचाने की चुनौती है। दरभंगा में महागठबंधन प्रत्याशी अब्दुल बारी सिद्दीकी तो उजियारपुर में उपेंद्र कुशवाहा कड़ी टक्कर दे रहे हैं। बेगूसराय में महागठबंधन और सीपीआई त्रिकोणात्मक संघर्ष में बीजेपी से जूझ रहे हैं। समस्तीपुर में कांग्रेस के महेश राम एलजेपी के रामचंद्र पासवान को 2014 में महज 6872 वोटों से हार का बदला लेने में जुटी है जिसे महागठबंधन का समर्थन है। वहीं जेडीयू के समर्थन से पासवान भी ताल ठोंक रहे हैं। मुंगेर में कांग्रेस ने बाहुबली अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी और एनडीए प्रत्याशी ललन सिंह में कड़ी टक्कर है।

चौथा चरण : बंगाल में डटी है TMC

प. बंगाल में 8 सीटों में कांग्रेस और बीजेपी अपनी-अपनी एक-एक सीट बचाने में जुटी है तो टीएमसी पर अपनी 6 सीटों को बचाने का दबाव है। बंगाल में टीएमसी का मुकाबला हर सीट पर अलग-अलग दलों से है। कहीं कांग्रेस तो कहीं वामदल और कहीं बीजेपी से पार्टी मुकाबला कर रही है।

चौथा चरण : मुंबई बनी NDA के लिए चुनौती

महाराष्ट्र की 14 सीटों में से मुम्बई की 5 सीटं पर कांग्रेस जोरदार वापसी करती दिख रही है जबकि एक सीट पर एनसीपी किस्मत आजमा रही है। मुम्बई उत्तर में उर्मिला मातोंडकर, मुम्बई उत्तर-पश्चिम से संजय निरूपम, मुम्बई उत्तर-मध्य से प्रिया दत्त, मुम्बई दक्षिण से मिलिन्द देवड़ा और मुम्बई दक्षिण मध्य से एकनाथ गायकवाड़ अपनी-अपनी सीटों पर मजबूत हैं। शिवसेना और बीजेपी के 3-3 सांसदों को अपनी सीटें बचाने के लिए तगड़ा संघर्ष करना पड़ रहा है। मुम्बई से बाहर भी महाराष्ट्र की बाकी सीटों पर एनडीए बनाम यूपीए की सीधी लड़ाई है।

चौथा चरण : झारखण्ड में सीधी लड़ाई

झारखण्ड में जिन 3 सीटों पर 29 अप्रैल को मतदान हो रहे हैं वे सभी बीजेपी के पास हैं। इस बार महागठबंधन के साझा प्रत्याशियों से बीजेपी का मुकाबला है। हालांकि चतरा में आरजेडी और कांग्रेस दोनों के उम्मीदवार हैं। बीजेपी को हर सीट पर कांटे का संघर्ष झेलना पड़ रहा है।

चौथा चरण : BJD को हराना आसान नहीं

चौथे चरण में ओडिशा की 6 सीटों में सभी बीजेडी के पास है। बीजेडी को बीजेपी के साथ-साथ कांग्रेस से भी चुनौती मिल रही है।  मगर, नवीन पटनायक के नेतृत्व वाले बीजेडी की स्थिति अब भी मजबूत बनी हुई है। फिर भी सम्भव है कि 1 से 2 सीटों का नुकसान पार्टी को हो।

चौथा चरण : राजस्थान-मध्यप्रदेश में BJP को नुकसान संभव

राजस्थान की 13 और मध्यप्रदेश की 6 यानी कुल 19 सीटों में से बीजेपी के पास 18 सीटें 2014 में थीं, लेकिन 2019 में बीजेपी को इनमें से कम से कम 12 सीटों का नुकसान हो सकता है। दोनों राज्यों में सत्ता में काबिज कांग्रेस ये सीटें अपने नाम कर सकती है।

चौथा चरण बहुत ही महत्वपूर्ण है। अगर इस चरण में बीजेपी या एनडीए की सीटें घटती हैं तो बाकी चरणों उसके लिए मैजिक फिगर हासिल करना और भी मुश्किल होता चला जाएगा।

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