जी हां, ‘ज़िम्मेदार’ देश है पाकिस्तान
कुलभूषण जाधव का अपहर्त्ता
गिरफ्तारी से सज़ा तक का कर्ता-धर्ता
न सबूत, न गवाह
जबरन कबूलवाया गुनाह
न काउन्सिल एक्सेस दी, न एडवोकेट दिए
16 बार भारत के निवेदन ठुकराए
जाधव से मिलने गयी थी उसकी मां और पत्नी
मंगलसूत्र उतरवाए, उतरवा दी चूड़ी बिन्दी
नहीं रखा अतिथि महिला तक का सम्मान
जी हां, ‘ज़िम्मेदार’ देश है पाकिस्तान
मिलिट्री अदालत में दिखलायी तानाशाही
बेचारे जाधव नहीं कर सके साबित बेगुनाही
मौत की सज़ा का सुना दिया फरमान
वियेना संधि तक का नहीं रखा मान-सम्मान
भारत ने अंतरराष्ट्रीय कोर्ट का दरवाजा खटखटाया
दलीलों में दम था, पाकिस्तान नहीं टिक पाया
आ चुका है अब दुनिया की अदालत का फैसला
कुलभूषण जाधव के साथ पाकिस्तान ने बुरा किया
अब कह रहे हैं वजीरे आज़म इमरान ख़ान
जी हां, ‘ज़िम्मेदार’ देश है पाकिस्तान
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान अमेरिका जा रहे हैं। ज़िम्मेदार होकर इमरान को मिलना है डोनाल्ड ट्रम्प से। इसलिए बात हो रही है कि पाकिस्तान मानेगा वियेना संधि, कुलभूषण जाधव को मिलेंगे काउन्सिल एक्सेस। अंतरराष्ट्रीय अदालत के फैसले का भी पालन करेगा पाकिस्तान।
मगर, झूठ बोलना पाकिस्तान ने नहीं छोड़ा है। ICJ यानी इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस के फैसले की वाह-वाह कर रहा है कि उसने कुलभूषण जाधव को बरी नहीं किया। यह जानते हुए भी कि बरी करना ICJ के अख्तियार में नहीं है, मामले की दोबारा सुनवाई का मतलब यही है…पाकिस्तान अपनी ही अवाम को कर रहा है गुमराह..क्योंकि उसे बताना है…जी हां, ज़िम्मेदार देश है पाकिस्तान।
अब भारत आगे क्या करे, जाधव को पाकिस्तान कैसे रिहा करे। लोहा गरम है। हथौड़ा जरूरी। ‘ज़िम्मेदार’ देश को ज़िम्मेदारी सिखानी होगी। कुलभूषण यादव की रिहाई करानी होगी। हाफिज सईद हुआ है गिरफ्तार। एयर स्पेस भी पाकिस्तान ने खोल दिए। करतारपुर कॉरिडोर पर भी बदला है रुख। यह सब इसलिए कि पाकिस्तान को तंगी में चाहिए आर्थिक मदद का सुख।
डोनाल्ड ट्रम्प कह रहे हैं कि हाफिज सईद की गिरफ्तारी के पीछे है अमेरिकी दबाव। 10 साल की मेहनत का है नतीजा। कुलभूषण जाधव के लिए भी अमेरिका बना सकता है दबाव। अंतरराष्ट्रीय कोर्ट में हार पर पाकिस्तान से पूछ सकता है अमेरिका। फिर कहने को मजबूर होंगे एक बार फिर इमरान ख़ान- जी हां, ‘ज़िम्मेदार’ है पाकिस्तान।