6 चरण बाद : NDA से आगे UPA, ‘अन्य’ होगा Kingmaker
UPA सबसे बड़ा कुनबा होगा। पांचवें चरण में ही UPA ने ले ली थी लीड और अब 6 ठे चरण में UPA की लीड स्थापित हो चुकी है। हालांकि फर्क सिर्फ 12 सीटों का है इसलिए आखिरी चरण में भी इस बात की गुंजाइश बनी रहने वाली है कि स्थिति में बदलाव हो। मगर, दोनों ही राजनीतिक गठबंधन बहुत करीब हैं।
मतलब ये कि अब ये बात साफ हो गयी है कि
- NDA सरकार को जाना होगा
- बहुमत NDA के साथ नहीं रहा
- बहुमत UPA के पास भी नहीं
- मगर UPA आगे है NDA से
- ‘अन्य’ ही तय करेंगे अगली सरकार
बस अब आखिरी चरण। अगले चरण में अगर सभी 59 सीटें भी NDA ले ले, तब भी उसकी सरकार बनती नहीं दिख रही है। अंतिम चरण में बीजेपी के पास 32 और NDA के पास कुल मिलाकर 41 सीटें हैं।
स्पष्ट रूप से त्रिशंकु सदन दिख रहा है। एक खम्भा NDA का है, तो दूसरा UPA का और तीसरा खम्भा अन्य का है जिसमें मुख्य रूप से समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, आम आदमी पार्टी, टीआरएस, टीडीपी व अन्य दल शामिल हैं।
2019 में 6 चरण के बाद की तस्वीर
Years NDA UPA OTHERS
2014 276 58 149
2019 172 184 128
अंतर -78 +126 -27
2014 में 6 चरण की 484 सीटों में से NDA के पास 276 सीटें थीं, जबकि UPA के पास महज 58 सीटें और अन्य दलों के खाते में 149 सीटें थीं।
मगर, 2019 में तस्वीर बदलती दिख रही है। 6 चरण के बाद जो ताजा सूरत-ए-हाल है उसके मुताबिक NDA की ताकत घटकर 172 तक पहुंच गयी है। जबकि UPA अपने दम पर 184 का आंकड़ा छूता दिख रहा है। अन्य के खाते में 128 सीटें जाती दिख रही हैं।
2014 और 2019 के मुकाबले परिणामों को देखें तो NDA को 78 सीटों का नुकसान हो रहा है जबकि UPA को 126 सीटों का फायदा। अन्य के खाते में 128 सीटें जाती दिख रही हैं।
- छठे चरण में सुधरा कांग्रेस का प्रदर्शन
- मध्यप्रदेश, हरियाणा, दिल्ली में सेहत सुधरी
- बिहार-झारखण्ड में भी अच्छा दखल दिखा
- 6ठे चरण में UPA को 24 सीटों के आसार
UPA को छठे चरण में मिली बढ़त के पीछे कांग्रेस के प्रदर्शन में मध्यप्रदेश, हरियाणा और दिल्ली में आया सुधार मुख्य वजह लगता है। UPA को बिहार और झारखण्ड में भी सीटें मिल रही हैं। इस तरह 6ठे चरण में UPA 24 सीटें अपने खाते में जोड़ रहा है।
वहीं NDA के खाते में 6ठे चरण में महज 21 सीटें जुड़ती दिख रही हैं। वहीं अन्य के खाते को मजबूत करते हुए छठे चरण में तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में सभी 8 सीटें और एसपी-बीएसपी गठबंधन यूपी की 14 सीटों में 8 सीटें जीतती दिख रही हैं। इस तरह अन्य के खाते में 18 सीटें छठे चरण में जुड़ती दिख रही हैं।
2019 में 5 चरण के बाद की तस्वीर
Years NDA UPA OTHERS
2014 231 56 137
2019 153 162 110
अंतर -78 +106 -27
5 चरण के बाद ही UPA ने NDA पर बढ़त हासिल कर ली। मगर, इससे पहले नज़र डालें कि 5 चरण बाद इन्हीं सीटों को लेकर 2014 में टैली क्या रही थी।
पांच चरण तक जिन सीटों पर चुनाव हुए वहां 2014 में NDA के पास 231 सीटें थीं, तो UPA के पास 56 सीटें और अन्य के खाते में 137 सीटें थीं।
2019 में 5 चरण बाद NDA के खाते में 153 सीटें दिख रही हैं तो UPA के पास 162 और अन्य के खाते में 110 सीटें। इस तरह 5 चरण बाद ही UPA ने NDA से बढ़त बना ली है।
5 चरण तक NDA को 78 सीटों का नुकसान दिख रहा है जबकि UPA को 106 सीटों का फायदा। अन्य को 27 सीटों का नुकसान होता नज़र आ रहा है।
- 5वें चरण में UPA ने बनायी लीड
- 51 सीटों में UPA को 26 के आसार
- एमपी की सभी 7 सीटें
- राजस्थान में 12 में से 7 सीटें
- बिहार,झारखण्ड, UP से 10 सीटों के आसार
- अन्य के खाते में 11 सीटें
5वें चरण में 51 सीटों पर हुए चुनाव में UPA को 26 सीटें मिलती दिख रही हैं। इनमें से मध्यप्रदेश से इस चरण की सभी 7, राजस्थान में 12 में से 7 सीटें, बिहार, झारखण्ड और यूपी से 10 सीटें मिलती दिख रही हैं। अन्य के खाते में 11 सीटें जुड़ रही हैं।
हम आपको पहले ही चार चरण का हाल बता चुके हैं। चार चरण बाद तक की जो स्थिति थी उस पर एक नज़र डालें तो
2019 में 4 चरण के बाद की तस्वीर
Years NDA UPA OTHERS
2014 190 54 130
2019 138 136 99
अंतर -52 +82 -31
2014 में चार चरण में जिन सीटों पर चुनाव हुए वहां कुल मिलाकर NDA के पास 190, UPA के पास 54 और अन्य के पास 130 सीटें थीं। 2019 में NDA चार चरण के बाद 138 सीटों पर सिमटता दिख रहा था, तो UPA 136 सीटों पर और अन्य 99 सीटों को अपने नाम करता दिख रहा था। इस तरह NDA को 52 सीटों का नुकसान और UPA 82 सीटों का फायदा होता नज़र आ रहा था। वहीं अन्य को 31 सीटों का नुकसान दिख रहा था।
हम आपको छोड़ जाते हैं 6 चरण बाद राजनीतिक दलों की सम्भावित चुनाव नतीजों की टैली के साथ…
2019 में 6 चरण के बाद की तस्वीर
Years NDA UPA OTHERS
2014 276 58 149
2019 172 184 128
अंतर -78 +124 -27