सेमीफाइनल तय : भारत vs न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया vs इंग्लैंड
अंक तालिका में नम्बर वन पर रहना विश्वकप का फाइनल जीतना भले न हो, मगर इसकी अहमियत बहुत बड़ी है। यह पोजिशन बताता है कि दुनिया की नम्बर वन टीम वही है। हालांकि क्रिकेट के सेट चैम्पियनशिप के फॉर्मेट में औपचारिक रूप से इसके बाद दो जीत दर्ज करनी होती है। तभी कोई टीम वर्ल्ड चैम्पियन हो पाती है। भारत समेत सभी चार देशों ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और इंग्लैंड को अभी इस मुकाम तक पहुंचने के लिए दो पड़ाव पार करने होंगे।
दो अरमान एक दिन में पूरे
- भारत ने श्रीलंका को हराया
- दक्षिण अफ्रीका के सामने ऑस्ट्रेलिया ढेर
भारत के दोनों अरमान एक ही दिन पूरे हो गये। श्रीलंका को बहुत आसानी से भारत ने 7 विकेट से साढ़े 6 ओवर का खेल बाकी रहते हरा दिया। वहीं दक्षिण अफ्रीका के सामने ऑस्ट्रेलियाई कंगारू आखिरकार ढेर हो गए। नतीजा भारत अब इंग्लैंड के ख़िलाफ़ इंग्लैंड की धरती पर सेमीफाइनल नहीं खेलेगा। यह काम ऑस्ट्रेलिया को करना होगा जो एक तरह से दक्षिण अफ्रीका से हार की कीमत चुकाने जैसा होगा।
भारत अंक तालिका में नम्बर वन पर पहुंच गया है और पहले सेमीफाइनल में उसका मुकाबला चौथे नम्बर की टीम न्यूजीलैंड से होगा। मैनचेस्टर में 9 जुलाई को यह तय हो कि विश्वकप 2019 के फाइनल में भारत पहुंचेगा या कि न्यूजीलैंड। फाइनल के लिए दूसरी टीम बरमिंघम में तय होगी जहां ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की टीमें एक-दूसरी की परीक्षा लेंगी।
अहम रहा श्रीलंका के साथ मैच
- टॉस हारना फायदेमंद साबित हुआ
- लक्ष्य का पीछा करने का अवसर
- भारत ने खुद को साबित कर दिखाया
- निर्णायक मौकों के लिए भारत तैयार
- जडेजा-कुलदीप को आजमाया गया
- गेंदबाजी-बल्लेबाजी दोनों हुई मजबूत
भारत के लिए श्रीलंका के साथ मैच कई मायनों में महत्वपूर्ण था। टॉस हारना फायदेमंद रहा। भारत को लक्ष्य का पीछा करने का अवसर मिला। भारत ने खुद को साबित कर दिखाया। एक उम्मीद बंधी कि निर्णायक मौकों पर भी अगर लक्ष्य का पीछा करना पड़ा, तो भारत उस चुनौती का करारा जवाब देगा। भारत ने दो प्रयोग भी किए। रविन्द्र जडेजा और कुलदीप यादव को मौका दिया। इससे गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों मजबूत हुई। रविन्द्र जडेजा को भले ही विकेट नहीं मिले, लेकिन उन्होंने किफायती गेंदबाजी की।
वार्मअप मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ रविन्द्र जडेजा ही अकेले बल्लेबाज थे जिन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ अर्धशतक लगाया था। पूरी टीम 200 भी नहीं पहुंच पायी थी। विश्वकप मुकाबले में न्यूजीलैंड और भारत के बीच मैच बारिश के कारण धुल गया था। इस पृष्ठभूमि में न्यूजीलैंड से रोचक मुकाबला देखने को मिलेगा। अंक तालिका में चौथे नम्बर की टीम को हराना भारत के लिए बहुत मुश्किल नहीं होना चाहिए। फिर भी अनिश्चितताओँ के खेल क्रिकेट में भारत कैसा प्रदर्शन करता है उसी पर यह निर्भर करेगा कि टॉप पर रहकर भी भारत फाइनल खेल पाता है या नहीं।
सेमीफ़ाइनल में भारत का मुकाबला पाकिस्तान से भी हो सकता था जिसके पास न्यूजीलैंड की ही तरह 11 अंक थे। मगर, ऐसा नहीं हुआ क्योंकि इंग्लैंड के साथ भारत की हार पाकिस्तान पर अधिक असर कर गयी। नेट रन रेट में न्यूजीलैंड से पाकिस्तान पीछे रह गया। बांग्लादेश के साथ मुकाबले में स्थिति ये बनी कि पाकिस्तान 315 रन का लक्ष्य खड़ा कर पाया और बांग्लादेश के 7 रन बनते ही पाकिस्तान के अरमान ध्वस्त हो गये। बांग्लादेश को पाकिस्तान ने हरा जरूर दिया, मगर वह सेमीफ़ाइनल में नहीं पहुंच पाया।
भारत के लिए अवसर है। उसकी हर रणनीति और अरमान दोनों सफल रहे हैं। ऐसे में हम उम्मीद करें कि भारतीय टीम जब स्वदेश लौटे, तो हाथों में विराट के हों विराट विश्व कप।