Kumar’s Korner में अश्विनी चौबे : “BJP को मिलेंगी 300 से ज्यादा सीटें”
बीजेपी के दिग्गज नेता और केंद्रीय स्वास्थ्यमंत्री अश्विनी चौबे ने Kumar’s Korner वरिष्ठ पत्रकार कुमार राजेश ने दो हिस्सों में बातचीत की है। यह दूसरा भाग है। इसमें अश्विनी चौबे ने केदारनाथ त्रासदी को याद किया है जिसे वे याद करना नहीं चाहते। मौत के मुंह से निकले थे अश्विनी चौबे। घटना बयां करते हुए वे भावुक हो गये। 17 परिजनों के साथ पहुंचे थे केदारनाथ। महज 8 लोग ज़िन्दा बचे। घटना 2013 की है। अश्विनी चौबे ने ही की थी केदारनाथ में तब अंतिम पूजा। हादसे से 15 मिनट पहले आया था प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फोन। वह दिन बिहार में राजनीतिक अस्थिरता का दिन था।
अश्विनी चौबे चाहते हैं कि विश्वामित्र की धरती पर रामरेखा के तट पर धनुष बनाया जाए। विश्वामित्र निवास बनाकर जनता का स्वागत करते हैं अश्विनी चौबे।
छोटी उम्र से ही विद्यार्थी परिषद और आरएसएस से जुड़ गये थे अश्विनी चौबे। जेपी आंदोलन से भी जुड़े रहे हैं अश्विनी चौबे। जेपी आंदोलन से पहले छात्र आंदोलन का भी नेतृत्व किया।
अश्विनी चौबे ने लालू प्रसाद को नकली नेता करार दिया। छात्र आंदोलन के दौरान अश्विनी चौबे को कई तरह की यातनाओं से गुजरना पड़ा। अश्विनी चौबे को गर्म सलाखों से दागा गया। जान से मारने की धमकी दी गयी। सरकार के ख़िलाफ़ तथ्यों को सामने लाने की सज़ा दी गयी। इमर्जेंसी के दौरान 9 महीना अस्पताल में रहे अश्विनी चौबे। उन्हें परीक्षा हॉल से गिरफ्तार किया गया था। जेल में उनकी हालत गम्भीर हो गयी थी। बूट से उनके पेट को रौंदा गया था। उसके बाद 5 साल तक बीमार रहे अश्विनी चौबे।
1995 में पहली बार विधायक बने थे अश्विनी चौबे। 1974 से 1989 तक विद्यार्थी परिषद में रहे। 90 के दशक में BJP में शामिल हुए। भागलपुर से 5 बार विधायक रहे हैं अश्विनी चौबे। 2005 और 2010 के दौरान बिहार में नीतीश सरकार में मंत्री रहे अश्विनी चौबे।
आर्थिक आधार पर आरक्षण के समर्थक हैं अश्विनी चौबे। एक ब्राह्मण को विदेश में बर्तन धोते देखा, तो उन्हें महसूस हुआ कि आरक्षण की जरूरत तो हर वर्ग को है। उन्हें गरीबों के लिए आरक्षण की ज़रूरत महसूस हुई। अश्विनी मानते हैं कि नरेंद्र-नीतीश दोनों की रुचि विकास में रही। उनके मुताबिक PM नरेंद्र मोदी का स्वरूप और भी विराट है।
अश्विनी चौबे ने मोदी-नीतीश पर गांठ बांध लेने के आरोपों को गलत ठहराया। अटल सरकार में विकास की बात जनता तक नहीं पहुंचा सके। इस वजह से वह सरकार दोबारा नहीं आ सकी। अब वक्त बदला है। तकनीक का युग है। एक-एक बात से जनता अवगत है। अश्विनी चौबे ने विश्वास जताया है कि नरेंद्र मोदी को दोबारा जनता देगी मौका देगी। एनडीए को 300 से ज्यादा सीटें मिलेंगी। मोदी-शाह की जोड़ी को चंद्रगुप्त-चाणक्य की जोड़ी बताते हुए अश्विनी चौबे ने कहा कि यह जोड़ी देश को बहुत आगे ले जाएगी।